Wednesday, September 19, 2012
मेरी पहचान किस हद तक सीमित है कि अगर मैंने अदना सा ये ब्लॉग शुरु नहीं करता
"मैं कभी-कभी सोचते हुए गहरे हताशा से भर जाता हूं कि मेरी पहचान किस हद
तक सीमित है कि अगर मैंने अदना सा ये ब्लॉग शुरु नहीं करता तो जितने लोग
मुझे अब जानते हैं, बमुश्किल उनमें से दस फीसद लोग मुझे जान रहे होते. इतना
ही नहीं, चाहे जितने भी लोग किसी न किसी रुप में मेरे आसपास हैं उनमें से
आधे से ज्यादा लोग ब्लॉगिंग न करने पर नहीं होते. सुख-दुख,छोटी-बड़ी
दुनियाभर की न जाने कितनी सारी बातें मैं उनसे साझा करता हूं.
Tuesday, June 12, 2012
प्रोफेशनल ब्लॉगिंग को कॅरियर बना रहा हूं
दो महीने पहले ही मेरा ग्रेजुएशन पूरा हुआ है और मैं आगे पढ़ाई करने के बजाय फुल टाइम प्रोफेशनल ब्लॉगिंग को कॅरियर बना रहा हूं। बचपन से ही मुझे इंटरनेट में नई-नई साइट्स तलाशने, एप्लीकेशन के इस्तेमाल करने और गैजेट्स के रिव्यू करने का शौक था। अपने ब्लॉग 'दआईटेक' के जरिए मैंने न्यू एप्स के यूज, इंटरनेट पर न्यू साइट्स पर आर्टिकल्स, गैजेट कंपेरिजन, सोशल नेटवर्किंग साइट्स के हिडन एप्लीकेशन पर आर्टिकल लिखना शुरू किया, जिन्हें काफी पॉपुलरटी मिली। मुझे गूगल एड सेंस के जरिए अच्छी इंकम हो रही है।